मगही ही नहीं समकालीन साहित्य में अपने किस्म का दुर्लभ उपन्यास
‘मगही रचनात्मकता की दुनिया विमर्श प्रधान वृहत उपन्यास लेखन के मामले में बहुत ही कमजोर रही है। एक दौर में पूरे भारत को एक राह दिखलाने वाले मगध को शास्त्रों में किकट की संज्ञा दी गई। अश्विनी कुमार पंकज का उपन्यास ‘खांटी किकटिया’ मगही साहित्य के उपन्यास लेखन में अपने तरह...
Posted On April 23, 2018 3:48 pm